करमजीत सिंह सोनी को शानदार उपलब्धियों के लिए मिला राष्ट्रीय प्रतिष्ठा पुरस्कार।
किंग ऑफ बॉडी बिल्डिंग करमजीत सिंह सोनी को वर्थी वैलनेस फाउंडेशन की ओर से संस्था के फाउंडर सौम्या बाजपेयी और मानसी बाजपेयी द्वारा एथलीट के तौर पर उनके शानदार काम के लिए राष्ट्रीय प्रतिष्ठा पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
एथलीट के तौर पर करमजीत सिंह का सफर शानदार रहा। उन्हें कई बार असफलताओं का सामना करना पड़ा लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और बुलंद हौंसले और मेहनत के दम पर कामयाबी की नई इबारत लिखी।
उन्होंने 2016 में जिम जाना शुरू किया था। मार्च 2017 में स्टेट लेवल कॉम्पिटिशन जीता। इसके बाद उन्हें जूनियर मिस्टर इंडिया में भाग लेने का भी मौका मिला। उस वक्त उनकी उम्र लगभग 21 साल थी लेकिन कुछ वजहों से उन्हें मुंबई नहीं बुलाया गया। इसके बाद उनका मुश्किल वक्त शुरू हुआ और एक के बाद एक मुश्किलें उनके रास्ते में आईं।
2018 में उन्होंने 7 प्रतियोगिताओं में भाग लिया और सातों ही हार गए। फिर 2019 में 3 प्रतियोगिताओं में भाग लिया और तीनों में हार मिली। इसके बाद साल 2020 लगभग पूरा ही कोविड में निकल गया और मेहनत–मशक्कत से जो बॉडी उन्होंने बनाई थी वह भी धीरे–धीरे एथलीट के हिसाब से सही नहीं रही।
यह वह वक्त था जब करमजीत इस सोच में डूब गए थे कि आखिर उनसे गलती कहां हो रही है? क्या कमी रह गई है जो उन्हें सफलता नहीं मिल पा रही है? 2021 में एक बार फिर दोगुने जोश के साथ उन्होंने सफर शुरू किया। पूरा 2021 लगभग बॉडी बनाने में ही चला गया और फिर 3 जनवरी 2022 से उन्होंने दोबारा तैयारी शुरु की।
अगस्त 2023 में मिस्टर इंडिया के लिए उनका सिलेक्शन हुआ। 25 दिसंबर, 2022 को चेन्नई में उन्होंने मिस्टर साउथ इंडिया जीता।
अगले साल 2023 में हुए मिस्टर साउथ इंडिया का खिताब भी उन्होंने अपने नाम किया। इसके बाद वह लगातार आगे बढ़ते रहे। 9 अप्रैल 2023 को मिस्टर इंडिया 65 किलोग्राम वेट कैटेगरी में उन्हें सिल्वर मेडल मिला। इससे पहले अगस्त 2022 में उन्हें मिस्टर तेलंगाना का खिताब भी मिला था।
आने वाले समय में वह मिस्टर एशिया, मलसमीनिया और मिस्टर बर्लिन जैसे खिताब अपने नाम करना चाहते हैं। करमजीत सिंह जी अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए यूथ को कड़ी मेहनत करने और शॉर्टकट से दूर रहने का संदेश देते हैं।