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]]>Swapan’s academic journey saw him excel in English, culminating in a Master’s degree from Rabindra Bharati University, Kolkata. His career as an English teacher spanned over two decades, touching the lives of many students with the power of words.
However, it was during the challenging times of COVID-19 that Swapan’s literary talent truly shone. He published “The Inspiring Travel,” his first English poetry book, which received accolades for its heartfelt verses. This was just the beginning. Swapan’s works, both in English and Bengali, such as “Adbhut Andhar” and “Alor Abhimukhe,” resonated with readers far and wide, reflecting the simplicities of life, political unrest, and the universal theme of love.
His second English poetry book, “The Poetry of Earth,” further established him as a literary sensation, earning him global recognition and numerous awards, including the prestigious Sahitya Ratna Award. Swapan’s voice became a beacon of hope and love, transcending borders and touching hearts across the world.
Swapan Kumar Nath’s story is a testament to the power of perseverance, the beauty of language, and the impact one individual can have on society through the art of poetry. His journey from a dedicated teacher to an internationally acclaimed poet reminds us that it’s never too late to pursue one’s passion and make a difference in the world.
Adding to his list of accolades, Mr. Swapan Kumar Nath was awarded honorary PhD and DLitt degrees from Delhi University and a University in the USA, acknowledging his literary excellence and educational contributions. His poetry has crossed international borders, with two of his poems being included in curricula abroad, further testament to his universal appeal and relevance. The Asian Education Award from Bangalore and the Banga Ratna award from West Bengal are among the numerous honors recognizing his impact in the fields of literature and education. Furthermore, his insights have been sought after by various channels, inviting him to share his expertise in mastering the English language, thereby influencing countless individuals to refine their linguistic skills. Mr. Nath’s literary and educational endeavors continue to inspire and enlighten, making him a revered figure in the global literary community.
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]]>The post एस्ट्रोलॉजी की फील्ड में अद्भुत सफर के लिए डॉक्टर रूपल को मिला राष्ट्रीय प्रतिष्ठा पुरुस्कार appeared first on Rashtriya Pratishtha Puraskar.
]]>क्योंकि अगर आप सच्चे दिल से मेहनत कर रहे हैं, तो सफलता आपको जरूर मिलेगी, कोई भी मुश्किल आपके रास्ते का कांटा नहीं बन सकती है। इस बात का साबित किया प्रख्यात एस्ट्रोलॉजर डॉक्टर रूपल ने।
डॉक्टर रूपल को बचपन से ही एस्ट्रोलॉजी में रुचि थी और उनमें इंट्यूशन पॉवर भी थी। परिवार की जिम्मेदारी और भी बाकी चीजों के चलते एस्ट्रोलॉजी को करियर के तौर पर चुनना रूपल जी के लिए इतना आसान नहीं था। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने नौकरी शुरु की और घर की जिम्मेदारियों को उठाने में लग गईं। लेकिन उनके मन में एस्ट्रोलॉजी में करियर बनाने की चाह थी। उन्होंने एस्ट्रोलॉजी में पोस्ट ग्रेजुएशन और फिर 2021-22 में पीएचडी की।
एक एस्ट्रोलॉजर के तौर पर उनका सफर लगभग 17 साल का रहा है और 14 साल से वह पूरी तरह से इस प्रोफेशन में हैं। उनमें कई ऐसी खूबिया हैं जो उन्हें बाकी एस्ट्रोलॉजर से अलग बनाती हैं। जैसे कि वह सिर्फ कुछ बुनियादी जानकारी के साथ इस प्रोफेशन में नहीं आई हैं, बल्कि उन्हें इसमें महारथ हासिल है।
वह लोगों के साथ फ्रॉड नहीं करना चाहती हैं इसलिए अपनी जानकारी और विद्या के बल पर लोगों को सटीक जानकारी देती हैं। इतना ही नहीं, वह लोगों के सवाल करने से पहले ही उनकी डिटेल्स के आधार पर उन्हें उनके भूत, वर्तमान और भविष्य की जानकारी दे देती हैं। खासतौर पर शादी-विवाह से जुड़ी बातों पर वह विशेष राय देती हैं। दो लोगों के बीच शादी के लिए कितने गुणों का मिलान होना चाहिए, शादी आगे चलकर टूटे ना, इसके लिए किन बातों पर ध्यान देना चाहिए, यह सब रूपल जी की विशेषता है। कुंडली में मौजूद दोषों, वास्तु से जुड़े उपाय और कुंडली मिलान में वह पारंगत हैं। रूपल जी को पीएचडी के दौरान कॉलेज से अवॉर्ड भी मिल चुका है। इसके अलावा भी ज्योतिष के क्षेत्र में अपने अहम योगदान के लिए रूपल जी को कई पुरुस्कारों से नवाजा जा चुका है।
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]]>The post राह में आने वाली मुश्किलों को अपनी ताकत बनाकर अमित वालिया ने लिखी कामयाबी की इबारत appeared first on Rashtriya Pratishtha Puraskar.
]]>परिवार का अकेला बेटा होने के कारण अमित पर काफी जिम्मेदारियां थीं। हर तरफ से उपेक्षा और मुश्किलों का सामना करते हुए भी अमित ने खुद को कभी हारने नहीं दिया। उन्होंने अपने अकेलेपन, लोगों के ताने और परेशानियों को अपनी ताकत बनाया। वह सादा जीवन और उच्च विचार में विश्वास रखते हैं। वह शराब और धूम्रपान जैसी हानिकारक चीजों से दूर रहते हैं और प्रकृति को प्यार करते हैं। पैसे के पीछे भागना उनके जीवन का उद्देश्य नहीं है बल्कि वह एक अच्छा इंसान बनना चाहते हैं। उन्होंने कई ट्रेनिंग और सर्टिफिकेट हासिल किए हैं। शुरुआत में उनका पढ़ाई में ज्यादा रूझान नहीं था लेकिन उन्होंने समय के साथ खुद को बदला और आज वह एक इंटरनेशनल ट्रेनर हैं। उन्होंने पूरी दुनिया में 3,500 से अधिक छात्रों को प्रशिक्षित किया है। वह फ्यूचर चैंप्स इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं।
समाज सेवा के कार्यों में भी उनकी बहुत रुचि है। वह जरूरतमंद बच्चों को फ्री शिक्षा देते हैं। वह एक एक्टर, मॉडल, कवि, ट्रेनर और इंफ्लुएंसर हैं। इसके अलावा वह सर्टिफाइड क्रिकेट एनालिस्ट, सर्टिफाइड स्पोकन इंग्लिश और पर्सनालिटी ट्रेनर व सर्टिफाइड लाइफ कोच हैं। अपने जीवन में परेशानी झेल रहे हजारों लोगों के लिए वह प्रेरणा स्त्रोत है। अगर आप दिल से कुछ हासिल करने की कोशिश करें और हिम्मत न हारें, तो आप कुछ भी हासिल कर सकते हैं, अमित इस बात का जीता जागता उदाहरण हैं।
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]]>The post राष्ट्रीय प्रतिष्ठा पुरस्कार से सम्मानित हुए सामाजिक कार्यकर्ता लाल जी भाई के. पटेल appeared first on Rashtriya Pratishtha Puraskar.
]]>वह सन 2000 से समाज सेवा में लगे हुए हैं। लालजी भाई कालाभाई पटेल, चौधरी कालाभाई खेटा भेडुरु(भगत) चैरिटेबल ट्रस्ट के फाउंडर हैं। लालजी भाई 2014 से अपना एनजीओ भी चला रहे हैं। उन्होंने गांव और पिछड़े क्षेत्रों में कई समस्याओं को देखा। बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं मिल पा रही थी।
उनके माता-पिता भी ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं थे। लालजी भाई खुद भी ज्यादा पढ़ नहीं पाए इसलिए उन्होंने तय किया कि वह शिक्षा को हर बच्चे तक पहुंचाएंगे। जिन बच्चों के माता-पिता नहीं हैं या जिनके पास पढ़ाई-लिखाई के पर्याप्त साधन नहीं हैं, उन्हें शिक्षा मुहैया करवाना लालजी भाई और उनके एनजीओ का उद्देश्य है। उन्होंने 3 एकड़ के क्षेत्र में एक स्कूल भी बनवाया है। इस स्कूल में क्लास 1 से क्लास 12 तक के बच्चे शिक्षा लेते हैं।
लालजी भाई की सोच है कि सब अपनी जिंदगी जीते हैं, अपने लिए अच्छा सोचते हैं, अपने परिवार के लिए हर खुशी चाहते हैं। लेकिन असल में वहीं सच्चा इंसान है जो दूसरे के लिए, समाज के लिए और देश के लिए कुछ करे जिससे आने वाली पीढ़ियां उसे याद रखें। लाल जी भाई को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए कई पुरुस्कार भी मिल चुके हैं। नोएडा में हुए एक बड़े समारोह में देश भर के 500 बड़े एनजीओ ने हिस्सा लिया था। इसमें टॉप 10 में लालजी भाई का एनजीओ भी शामिल था। लाल जी भाई युवा पीढ़ी को यही संदेश देते हैं कि वह मेहनत करें। अपने मोबाइल का इस्तेमाल अच्छी चीजों और जिदंगी को बेहतर बनाने के लिए करें।
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]]>The post अपने प्रेरणादायक सफर के लिए राष्ट्रीय प्रतिष्ठा पुरस्कार से सम्मानित हुए परेश वाघासिया appeared first on Rashtriya Pratishtha Puraskar.
]]>वल्लभीपुर, गुजरात में जन्मे परेश वाघासिया का बचपन गांव में बीता। एक अच्छे भविष्य की नींव बचपन में ही पड़ जाती है। परेश जी के माता-पिता ने भी बचपन से उनमें संस्कारों और धर्म के साथ चलने की नींव डाली।
घर की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण, उन्होंने 10वीं कक्षा तक पढ़ाई की और फिर डायमंड बिजनेस के साथ जुड़ गए। 2001 में उनकी शादी हुई। उनकी पत्नी ने भी उन्हें बहुत सपोर्ट किया। 2001 से 2015 तक वह भावनगर में रहे और 2015 में सूरत आ गए। यहां उन्होंने डायमंड ब्रोकरेज का काम शुरू किया।
देश के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रभावशाली फैसलों ने उन पर गहरा असर डाला। नोटबंदी, धारा 370 का हटना और राम मंदिर निर्माण जैसे फैसलों से प्रेरित होकर उन्होंने भारतीय जनता पार्टी से जुड़ने का फैसला किया। 2020 में टीम मोदी सपोर्टर संघ में वह सदस्य के रूप में शामिल हुए। 2021 में मोदी सपोर्टर संघ में उन्हें गुजरात प्रदेश सहमंत्री का पद मिला और उन्होंने संगठन में अपना काम शुरू किया।
1 जून, 2022 उनके जन्मदिन वाले दिन ही संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयकरन सिंह जी द्वारा उन्हें गुजरात प्रदेश युवा प्रमुख की जिम्मेदारी मिली। इसके बाद उन्होंने गुजरात के सब जिला, ताल्लुके और विधानसभा में युवा टीम बनाई।
साल 2022 में राखी कार्यक्रम, आर्मी परिवारों के सम्मान का कार्यक्रम, मोदी जी के 72वें जन्मदिन पर दिव्यांग बच्चों के साथ केक काटने और खाना बांटने का कार्यक्रम और ब्लड डोनेशन कैम्प जैसे कई कार्यक्रम आयोजित किए गए।
24 अप्रैल,2023 को मोदी सपोर्टर संघ ने परेश जी के योगदान और सराहनीय कामों को देखते हुए, उन्हें राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष बनाया। परेश जी के जीवन का उद्देश्य है कि वह सबसे पहले राष्ट्र के बारे में सोचते हैं। वह राष्ट्र के लिए क्या कर सकते हैं, यही सवाल वह खुद से पूछते हैं।
संगठन के सभी सदस्यों के साथ मिलकर परेश जी संगठन को आगे ले जा रहे है और संगठन के सभी सदस्य पूरी तरह अपना सहयोग उन्हें दे रहे हैं। पूरे देश में से कोई भी इस संगठन से जुड़ सकता है। जुड़ने के लिए सिर्फ आपको 9033271648 नम्बर पर व्हाट्सएप करना है।
परेश जी ने जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे। आज वह एक मजबूत राष्ट्र के निर्माण में योगदान दे रहे हैं। अनाथ बच्चों, युवतियों और समाज के अन्य वर्गों की सेवा के लिए वह बहुत काम कर रहे हैं। टीम मोदी सपोर्टर संघ संगठन का मुख्य उद्देश्य ,भारतीय जनता पार्टी को समर्थन देकर वडाप्रधान नरेंद्र मोदीजी के हाथ मजबूत करना और योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाना ,अखंड भारत बनाना ,बेसहारा लोगो की सहायता करना और नरेन्द्र मोदी जी के कार्यों को आगे बढ़ाना है।
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